कश्मीर की कली
विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से
| कश्मीर की कली | |
![]() कश्मीर की कली का पोस्टर |
|
|---|---|
| निर्देशक | शक्ति सामंत |
| निर्माता | शक्ति सामंत |
| पटकथा | रंजन बोस |
| मुख्य कलाकार | शम्मी कपूर, शर्मिला टैगोर, प्राण |
| संगीत निर्देशक | ओ. पी. नय्यर |
| छायांकन | वी. एन. रेड्डी |
| संपादन | धरमवीर |
| रिलीज़ तिथि | 1964 |
| अवधि | 168 मिनट |
| देश | भारत |
| भाषा | हिन्दी |
| आईएमडीबी पर जानकारी | |
कश्मीर की कली हिन्दी भाषा की एक फ़िल्म है जो 1964 में प्रदर्शित हुई।
अनुक्रमणिका |
[संपादित करें] संक्षेप में कथानक
राजीव लाल की माँ उसके लिए एक लड़की चुनती हैं, लेकिन राजीव को वह पसंद नहीं आती। माँ के गुस्से से बचने के लिए वह कश्मीर में अपने बंगले में पहुँच जाता है। वहाँ उसे फूल बेचने वाली चम्पा से प्यार हो जाता है, लेकिन चम्पा का बाप शादी से इन्कार कर देता है। उधर राजीव को पता लगता है कि उसकी असली माँ कोई और है।


