मोतीराम गजानन रांगणेकर
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| मोतीराम गजानन रांगणेकर | |
| पूर्ण नाव | मोतीराम गजानन रांगणेकर |
| जन्म | एप्रिल १०, १९०७ |
| मृत्यू | फेब्रुवारी १, १९९५ |
| कार्यक्षेत्र | नाटककार, पत्रकार, दिग्दर्शक |
| राष्ट्रीयत्व | भारतीय |
| भाषा | मराठी |
| साहित्यप्रकार | नाटक, कादंबरी |
रांगणेकरांनी लिहिलेली नाटके:
- आशीर्वाद (१९४१)
- कुलवधू (१९४२)
- नंदनवन (१९४२)
- कन्यादान (१९४३)
- अलंकार (१९४४)
- माझे घर (१९४५)
- वहिनी (१९४५)
- एक होता म्हातारा (१९४८)
- कोणे एके काळी (१९५०)
- माहेर (१९५१)
- रंभा (१९५२)
- जयजयकार (१९५३)
- लिलाव (१९५५)
- भटाला दिली ओसरी (१९५६)
- धाकटी आई (१९५६)
- भाग्योदय (१९५७)
- अमृत (१९५८)
- हेही दिवस जातील (१९६१) (सहलेखक: वसंत सबनीस, ग.दि. माडगूळकर)
- हिमालयाची बायको
- पतित एकदा पतित का सदा? (१९६५)
- आले देवाजीच्या मना (१९६९)
- हृदयस्वामिनी

